वनराज के साथ कोजी हो अनुपमा बच्चे का करेगी नामकरण, अनुज को फूटेगा अनुपमा पर गुस्सा

स्टार प्लस का सबसे चर्चित शो ‘अनुपमा’ हर हफ्ते दर्शकों के लिए कुछ न कुछ अलग-अलग लेकर आता ही रहता है. इस हफ्ते के ट्रैक में दर्शक देखेंगे कि अनुपमा और वनराज की बढ़ती नजदीकियों से अनुज का गुस्सा बढ़ जाएगा और वह उस पर चिल्लाने लगेगा. अनुज को दोनों की नजरदीकियां बिल्कुल भी नहीं पसंद आएंगी. तो वहीं दूसरी किंजल अपने पति से भी पूछताछ करेगी.

बीते एपिसोड्स की बात करें तो अनुपमा में दिखाया गया था कि अनुपमा किंजल और उनकी बेटी का स्वागत करती हैं और घर में भी सभी खुश हैं. वहीं वनराज और अनुपमा दादा और दादी होने के नाते एक साथ एक अनुष्ठान करते हैं, जिसे देखकर अनुज का खून खौल जाता है. मगर शो का ड्रामा नहीं रुकेगा बहुत आगे तक जाएगा. इस वजह से ये शो इस हफ्ते भी टॉप पर रहा है टीआरपी लिस्ट में.

एक दूसरे सीन में किंजल अपने पति के भाषण पर सवाल उठाएगी. किंजल और तोशु अपने कमरे में बैठे हैं और अपनी बेटी के साथ एक खूबसूरत पल बिता रहे हैं, इस दौरान किंजल तोशु से कहती है कि उसे अब दूसरी लड़कियों की तरफ भी नहीं देखना चाहि. यह सुनकर तोशु का गुस्सा भड़क उठता है और वह किंजल से झूठ बोलने लगता है. दूसरी तरफ किंजल कहती है मुझे पता है कि तुम किसी लड़की को नहीं देखते। यह सुनकर तोशु को पसीना आने लगता है.

तो वहीं हूतिया अनुपमा ससुराल और पियर के घर के बीच फंस जाएगी. जिससे पता लगता है कि वो बूढ़ी हो गई है मगर है फिर भी वो एक नंबर की हूतिया. किंजल की बेटी का नाम करण है, जिसके लिए बा अनुपमा से कहती है कि उसे वहां जल्दी पहुंचना है. अनुपमा बा से कहती है कि वह जल्दी नहीं आ सकती, क्योंकि घर पर भी काम है. मगर वनराज की मां उर्फ बा एक भी शब्द नहीं सुनती. तो वहीं वहीं अनुपमा का एक्स पति वनराज भी अनुपमा को नामकरण समारोह में जल्दी पहुंचने के लिए कहता है. माना जा रहा है कि अनुपमा एक बार फिर शाह हाउस और कपाड़िया परिवार के बीच फंस जाएंगी.

इन्हीं सब के बीच एक रोमांटिक एंगल भी नजर आता है. जब अनुज अपना कुर्ता नहीं पहन पाता है तब अनुपमा उसकी मदद करने की बजाय उसे गुदगुदी करने लगती है. इस दौरान अनुज गिरने ही वाला होता है, लेकिन अनुपमा उसे पकड़ लेती है. तब अनुपमा को अपनी गलती का एहसास करते हुए, वह उसे एक कुर्ता पहनाती है और उसी समय उसे तैयार करती है. इस बिंदु पर, अनुज वनराज के साथ अपनी पत्नी की में अंतरंगता खोने लगता है, जिससे उसका खून खौल उठता है. वह अनुपमा पर चिल्लाता है और कहता है कि वह असहाय नहीं है और उस पर दया करने की कोई आवश्यकता नहीं है.

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